पूर्वाेत्तर रेलवे के मुख्यालय के राजभाषा विभाग द्वारा 14 से 20 सितम्बर, 2024 तक आयोजित किए जा रहे राजभाषा सप्ताह समारोह-2024 का शुभारंभ 14 सितम्बर 2024 को गोरखपुर स्थित बहुविषयक पद्धति प्रशिक्षण केन्द्र में किया गया।
निर्भीक इंडिया (संवाददाता गोरखपुर)- इस समारोह का उद्घाटन एवं संदेश वाचन समारोह मुख्य अतिथि और अध्यक्ष रेलवे भर्ती सेल श्री राजेश कुमार गुप्ता द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।
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राजभाषा सप्ताह समारोह-2024 पर उद्घाटन समारोह
इस अवसर पर, मुख्य अतिथि श्री राजेश कुमार गुप्ता ने अपने उद्घाटन भाषण में कहा कि हिन्दी हमारी राष्ट्रीय पहचान है। 14 सितम्बर 1949 को हिन्दी को राजभाषा के रूप में स्वीकार किया गया था, और तभी से हम हर वर्ष हिन्दी दिवस मनाते आ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी ने हिन्दी को जनमानस की भाषा के रूप में देखा था। आज, हिन्दी विश्व की तीसरी सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है, और लगभग 52 करोड़ लोग इस भाषा का उपयोग करते हैं। श्री गुप्ता ने सभी को इस सांस्कृतिक धरोहर को बचाने और इसके प्रचार-प्रसार के लिए प्रेरित किया।
राजभाषा अधिकारी का संदेश
राजभाषा अधिकारी और वरिष्ठ कार्मिक अधिकारी/मुख्यालय श्री गोपाल प्रसाद गुप्ता ने माननीय रेल मंत्री के संदेश का वाचन करते हुए कहा कि हिन्दी केवल एक भाषा नहीं, बल्कि एक सांस्कृतिक धरोहर है जो हमें हमारी विरासत और इतिहास से जोड़ती है। उन्होंने बताया कि रेलवे मंत्रालय को वर्ष 2023-24 के राजभाषा कृति पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। हिन्दी दिवस के इस अवसर पर, उन्होंने रेल परिवार से अनुरोध किया कि वे हिन्दी भाषा का अधिक से अधिक प्रयोग करें और इसकी उन्नति में सक्रिय योगदान दें।
कार्यक्रम का संचालन और अन्य गतिविधियाँ
इस कार्यक्रम में इंजीनियरिंग प्रशिक्षण केन्द्र के प्रधानाचार्य श्री बी. राय ने बहुविषयक पद्धति प्रशिक्षण केन्द्र में इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए हिन्दी विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को धन्यवाद दिया। टेक्नीशियन श्री वेद प्रकाश ने हिन्दी के महत्व पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम के दौरान, श्रीमती अनामिका सिंह, वरिष्ठ अनुवादक ने कविता के माध्यम से हिन्दी के महत्व को उजागर किया। इस अवसर पर वरिष्ठ कार्मिक अधिकारी/मुख्यालय श्री गोपाल प्रसाद गुप्ता ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
आगामी कार्यक्रम
राजभाषा सप्ताह समारोह-2024 के अंतर्गत 17 सितम्बर, 2024 को रेलवे प्रेक्षागृह, गोरखपुर में हिन्दी कार्यशाला एवं साहित्यिक संगोष्ठी का आयोजन किया जाएगा। यह कार्यशाला अपराह्न 3रू30 बजे से शुरू होगी, जिसमें हिन्दी भाषा के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की जाएगी और साहित्यिक विचार-विमर्श किया जाएगा।
यह समारोह हिन्दी भाषा के महत्व को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण प्रयास है और यह सुनिश्चित करता है कि हिन्दी हमारी सांस्कृतिक धरोहर के रूप में बनी रहे।
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