गोरखपुर में साइबर अपराध से बचाव और सावधानी पर आयोजित गोष्ठी में व्यापारियों को साइबर फ्रॉड से बचने के उपाय बताए गए। जानें साइबर क्राइम से कैसे बचें।
निर्भीक इंडिया (संवाददाता गोरखपुर)- आज के डिजिटल युग में साइबर अपराध तेजी से बढ़ते हुए अपराधों में से एक है। इसे देखते हुए गोरखपुर पुलिस ने साइबर अपराध से बचाव और सावधानियों के विषय पर एक महत्वपूर्ण गोष्ठी का आयोजन किया। यह कार्यक्रम वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जनपद गोरखपुर के निर्देशन में आयोजित हुआ, जिसमें साइबर अपराध के खिलाफ सतर्कता बरतने के तरीकों पर चर्चा की गई।
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साइबर अपराध से बचाव और सावधानी पर गोष्ठी का आयोजन
14 सितंबर 2024 को गोरखपुर के व्हाइट हाउस सभागार, पुलिस लाइन में साइबर अपराध से बचाव और सावधानी पर गोष्ठी संपन्न हुई। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य व्यापारियों को साइबर फ्रॉड और उससे जुड़े खतरों से बचाने के लिए जागरूक करना था।
गोष्ठी में पुलिस अधीक्षक यातायात और पुलिस अधीक्षक अपराध के पर्यवेक्षण में साइबर अपराध विशेषज्ञों ने व्यापारियों को साइबर अपराध से बचाव के महत्वपूर्ण उपाय बताए।
प्रभारी साइबर सेल और साइबर थाना टीम ने विस्तार से बताया कि कैसे साइबर अपराधी लोगों को धोखाधड़ी का शिकार बना सकते हैं, और इससे बचने के लिए कौन-कौन सी सावधानियां बरतनी चाहिए।
बचाव के उपाय
गोष्ठी में साइबर अपराध से बचाव के लिए निम्नलिखित महत्वपूर्ण सावधानियों को साझा किया गया
लुभावने ऑफर्स से बचें- जैसे ष्टेलीग्राम/वाट्सऐप/इंस्टाग्राम के माध्यम से टास्क पूरा कर पैसे कमाएंष् जैसे धोखाधड़ी वाले संदेशों से हमेशा बचें। ऐसे संदेश आपको फंसाने के लिए बनाए जाते हैं।
क्रिप्टोकरेंसी में निवेश के झूठे दावे- अगर आपको क्रिप्टो करेंसी या बिटक्वॉइन में पैसे इनवेस्ट करने पर तीन गुना या उससे अधिक मुनाफा देने का दावा किया जाए, तो ऐसे लुभावने ऑफर्स से सावधान रहें।
फोन पर नकली पुलिस अधिकारी बनकर डराना- कई बार साइबर अपराधी पुलिस अधिकारी बनकर आपके बेटे या बेटी को मुकदमे में फंसाने का डर दिखाते हैं और पैसे मांगते हैं। ऐसे मामलों में सावधान रहें और पैसे जमा न करें।
पार्ट-टाइम जॉब धोखाधड़ी- पार्ट-टाइम जॉब के नाम पर किसी से अपनी निजी जानकारी जैसे बैंक डिटेल्स साझा न करें। यह एक आम साइबर फ्रॉड का तरीका है।
बैंक खाता और मोबाइल नंबर साझा न करें- कभी भी किसी अनजान व्यक्ति को अपने बैंक खाते का विवरण या मोबाइल नंबर न दें।
लोन एप्स का उपयोग सावधानी से करें- अगर आप किसी लोन एप का उपयोग कर रहे हैं, तो उसे डाउनलोड करने से पहले उसकी सत्यता की जांच करें। हमेशा त्ठप् की वेबसाइट से प्रमाणित एप का ही उपयोग करें।
फर्जी बैंक खातों से सावधान- साइबर अपराधी फर्जी बैंक खातों से आपको क्रेडिट का मैसेज भेजकर आपके पैसे जमा कराने का प्रयास करते हैं। बिना किसी सत्यापन के पैसे कभी न भेजें।
शिकायत कैसे करें?
यदि आप साइबर फ्रॉड का शिकार हो जाते हैं, तो घबराने की जरूरत नहीं है। आप साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 पर तुरंत इसकी शिकायत कर सकते हैं। इसके अलावा, www.cybercrime.gov.in पर जाकर ऑनलाइन शिकायत भी दर्ज कर सकते हैं। किसी भी साइबर अपराध की जानकारी तुरंत अपने नजदीकी पुलिस स्टेशन में भी दी जा सकती है।
गोष्ठी में गोरखपुर के कई प्रमुख व्यापारी शामिल हुए और उन्होंने साइबर अपराध के खतरों को समझा। साइबर क्राइम एक्सपर्ट्स ने उन्हें वास्तविक उदाहरणों के साथ समझाया कि किस तरह से इन अपराधों से बचा जा सकता है।
व्यापारियों ने साइबर अपराध से बचने के लिए दिए गए सुझावों को सराहा और इसे अपनी व्यापारिक गतिविधियों में लागू करने का आश्वासन दिया।
पुलिस की चेतावनी
गोष्ठी के अंत में, गोरखपुर पुलिस ने यह भी कहा कि साइबर अपराध से बचने के लिए समाज के हर वर्ग को सतर्क रहना होगा। विशेष रूप से व्यापारी वर्ग, जो इंटरनेट का अधिक उपयोग करता है, को इन अपराधों से बचाव के उपायों पर ध्यान देना चाहिए। पुलिस ने यह भी बताया कि साइबर अपराधों के मामले में सतर्कता और त्वरित कार्रवाई से इन अपराधों को रोका जा सकता है।
गोरखपुर में आयोजित इस गोष्ठी ने साइबर अपराध से बचाव के प्रति समाज को जागरूक करने का महत्वपूर्ण कार्य किया है। व्यापारियों ने साइबर अपराध से जुड़ी नई-नई तकनीकों को समझा और सतर्क रहने का संकल्प लिया।
साइबर सुरक्षा आज के समय की एक बड़ी आवश्यकता है, और इस प्रकार की जागरूकता कार्यक्रम साइबर अपराधों को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
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