जिलाधिकारी कृष्णा करूणेश ने घोषणा की है कि भारत सरकार और उत्तर प्रदेश शासन के निर्देशानुसार, इस वर्ष 14 सितंबर 2024 से 1 अक्टूबर 2024 तक "स्वच्छता ही सेवा-2024" अभियान चलाया जाएगा।
निर्भीक इंडिया (संवाददाता गोरखपुर)- स्वच्छता ही सेवा अभियान 2024 यह अभियान स्वच्छ भारत मिशन की दसवीं वर्षगांठ के अवसर पर मनाया जा रहा है और इस वर्ष की थीम है “स्वभाव स्वच्छता – संस्कार स्वच्छता।” इस अभियान का मुख्य उद्देश्य स्वच्छता के प्रति जनभागीदारी, सामूहिक श्रमदान और सम्पूर्ण स्वच्छता की दिशा में ठोस कदम उठाना है।
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स्वच्छता ही सेवा अभियान 2024 अभियान की मुख्य विशेषताएँ और थीम
इस वर्ष के स्वच्छता ही सेवा अभियान 2024 की थीम “स्वभाव स्वच्छता – संस्कार स्वच्छता” है, जिसका लक्ष्य न केवल शारीरिक स्वच्छता बल्कि मानसिक स्वच्छता और आदतों में बदलाव लाना है। जिलाधिकारी ने बताया कि स्वच्छता ही सेवा अभियान 2024 के दौरान स्वच्छता के प्रति नागरिकों की भागीदारी बढ़ाने के लिए विभिन्न गतिविधियाँ आयोजित की जाएंगी, जिनमें स्वच्छता शपथ, वाकथान, मैराथन, वृक्षारोपण, और स्वच्छता से संबंधित प्रतियोगिताएँ प्रमुख हैं।
तीन प्रमुख स्तंभ:
स्वच्छता की भागीदारी: इस स्तंभ के तहत नागरिक, समुदायों और संगठनों की व्यापक भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। जनजागरूकता अभियान, स्वच्छता से संबंधित विभिन्न प्रतियोगिताएँ, और सामूहिक श्रमदान के आयोजन इस स्तंभ का हिस्सा हैं। अभियान के दौरान ‘स्वच्छ स्ट्रीट फूड चैलेंज’, ‘कचरे से कला’, और पुनःचक्रित उत्पादों की बिक्री के साथ सांस्कृतिक उत्सव भी आयोजित किए जाएंगे। इसके साथ ही प्रभावशाली व्यक्तियों को ब्रांड एंबेसडर बनाकर स्वच्छता संदेश को आगे बढ़ाया जाएगा।
सम्पूर्ण स्वच्छता: इस स्तंभ के अंतर्गत सामूहिक श्रमदान के माध्यम से सभी शैक्षणिक संस्थानों, सरकारी कार्यालयों, बाजारों, पर्यटन स्थलों, धार्मिक स्थलों और अन्य प्रमुख स्थलों पर स्वच्छता अभियान चलाया जाएगा। सबसे गंदे और चुनौतीपूर्ण स्थानों की पहचान कर उन्हें साफ किया जाएगा। जिलाधिकारी ने बताया कि ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में “ब्लैक स्पॉट्स” की पहचान कर व्यापक स्वच्छता अभियान चलाया जाएगा और इन स्थानों को स्वच्छ भारत मिशन के पोर्टल पर स्वच्छता लक्ष्य इकाइयों के रूप में चिह्नित किया जाएगा।
सफाई मित्र सुरक्षा शिविर: इस स्तंभ के तहत सफाई कर्मियों और श्रमिकों के स्वास्थ्य की देखभाल के लिए विशेष शिविर आयोजित किए जाएंगे। इन शिविरों में सफाई मित्रों के स्वास्थ्य की जांच के साथ-साथ विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का लाभ भी प्रदान किया जाएगा, जिनमें प्रधानमंत्री आवास योजना, आयुष्मान भारत योजना, पीएम जनधन योजना, जल जीवन मिशन और अन्य महत्वपूर्ण योजनाएँ शामिल हैं। जिलाधिकारी ने विशेष रूप से बताया कि इस पहल से सफाई कर्मियों के जीवन में एक सकारात्मक बदलाव लाने की कोशिश की जाएगी।
स्वच्छता के प्रति प्रतिबद्धता और भविष्य की दिशा:
स्वच्छता ही सेवा अभियान 2024 (SHS 2024) का मुख्य उद्देश्य न केवल इस वर्ष स्वच्छता को बढ़ावा देना है, बल्कि इसे समाज के संस्कार और स्वभाव का हिस्सा बनाना है। पिछले दशक में स्वच्छ भारत मिशन के माध्यम से हासिल की गई उपलब्धियों का उत्सव मनाते हुए, यह अभियान स्वच्छता के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को फिर से मजबूत करने का एक सुनहरा अवसर है।
जिलाधिकारी ने कहा कि स्वच्छता ही सेवा अभियान के अंतर्गत सरकारी और निजी संस्थानों, स्कूलों, कॉलेजों, और बाजारों में स्वच्छता सुनिश्चित की जाएगी। इसके अलावा, सामूहिक श्रमदान के माध्यम से जल निकायों और धार्मिक स्थलों की सफाई भी की जाएगी, जिससे इन स्थानों को पर्यटकों के लिए और अधिक आकर्षक बनाया जा सकेगा।
अंततः, इस अभियान का लक्ष्य है कि समाज के हर वर्ग से जुड़कर स्वच्छता को एक जनांदोलन बनाया जाए। सरकार की योजनाओं और नागरिकों की भागीदारी से स्वच्छता का यह संदेश पूरे भारत में फैलेगा और एक स्वच्छ, स्वस्थ और सुंदर भारत का सपना साकार होगा।
निष्कर्ष: स्वच्छता ही सेवा अभियान 2024 का यह व्यापक दृष्टिकोण नागरिकों को अपनी जिम्मेदारियों के प्रति जागरूक करेगा और स्वच्छता के प्रति हमारे सामाजिक संस्कारों को मजबूत करेगा।
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