Prithvi Shaw पर प्रवीण आमरे की प्रतिक्रिया
भले ही हमारी शुरूवात अभी हुई, परन्तु हम बतौर पत्रकार व अपने समाचार पत्र निर्भीक इंडिया के माध्यम से जिस पत्रकारिता का प्रतिनिधित्व कर रहे है, वह कोई 100 साल नही अपितु प्रत्यक्ष व लिखित इतिहास में 244 साल पुरानी है, जिसने अपनी पत्रकारिता में निर्भीकता का प्रदर्शन करते हुए कभी राजा राम मोहन राय भारत में विभिन्न कुप्रथा जैसे कि सती प्रथा, बाल विवाह इत्यादि को समाप्त किया।
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