सीबीएसई ने बोर्ड परीक्षाओं (CBSE Board Exam) में गलत या पाठ्यक्रम से बाहर के प्रश्नों से उत्पन्न होने वाली चिंताओं को दूर करने के लिए, सीबीएसई ने एक नया प्रोटोकॉल लागू किया है।

निर्भीक इंडिया:- सीबीएसई ने बोर्ड परीक्षाओं (CBSE Board Exam) के दौरान ऐसे सवालों का सामना करने वाले छात्रों को घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि नियुक्त पर्यवेक्षक तुरंत इन विसंगतियों की रिपोर्ट सीबीएसई को देंगे। इसके बाद, बोर्ड निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए उचित अंकन योजनाएं तैयार करेगा।
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सीबीएसई ने बोर्ड परीक्षाओं (CBSE Board Exam) में ऐसे परिस्थितियों हेतु विकसित हो रहे प्रणाली पर विचार
परीक्षा केंद्रों पर तैनात पर्यवेक्षक प्रतिदिन प्रश्नपत्रों की सूक्ष्मता से समीक्षा करेंगे और समस्याग्रस्त प्रश्नों की पहचान करेंगे। इन विसंगतियों से संबंधित जानकारी सीबीएसई द्वारा समीक्षा और समाधान के लिए ऑन एग्जामिनेशन सेंटर मैनेजमेंट सिस्टम (ओईसीएमएस) में लॉग इन की जाएगी।
सीबीएसई ने बोर्ड परीक्षाओं (CBSE Board Exam) में ऐसे कोर्स के बाहर से आये सवाल को लेकर किए जाने वाले उपाय का उद्देश्य परीक्षा के बाद आमतौर पर माता-पिता और छात्रों द्वारा प्रश्नपत्र की अखंडता के संबंध में उठाई जाने वाली शिकायतों को कम करना है।
आप को बता दें कि सीबीएसई परीक्षा मानकों के साथ संरेखण सुनिश्चित करते हुए, शिक्षकों से मिले फीडबैक के आधार पर अंकन योजना को समायोजित किया जाएगा। प्रत्येक विषय की परीक्षा के लिए समीक्षा रिपोर्टें संकलित की जाएंगी और परीक्षा वाले दिन ही भेज दी जाएंगी।
सीबीएसई बोर्ड परीक्षा के कार्यक्रम (CBSC Exam time table 2024) पर एक नजर
10वीं कक्षा की मुख्य परीक्षाएं (CBSC Exam time table 2024) 21 फरवरी से शुरू होने वाली हैं, जिसकी शुरुआत हिंदी परीक्षा से होगी। हाई स्कूल की परीक्षाएं 13 मार्च तक चलेंगी। इस बीच, इंटर बोर्ड परीक्षाएं 15 फरवरी से शुरू होंगी, इंटर के छात्रों के लिए मुख्य पेपर की परीक्षाएं 19 फरवरी से शुरू होंगी। परीक्षाएं 2 अप्रैल को समाप्त होंगी।
आप को बता दें कि इसकों लेकर सीबीएसई ने कुल 27,922 छात्रों के लिए 28 परीक्षा केंद्र नामित किए हैं, जिनमें 10वीं कक्षा में 15,447 और 12वीं कक्षा में 12,475 शामिल हैं।
इस पहल का उद्देश्य छात्रों के सामने आने वाली किसी भी समस्या का तुरंत समाधान करके एक ऐसे परिवेश का निर्माण करना है, जिसका उपयोग कर एक परीक्षार्थी बिना विगहन के अपना पूरा परीक्षा को सम्पन्न कर पायेंगा।
आप को बता दें कि, गोरखपुर स्कूल एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय शाही की प्रतिक्रिया भी इसी दौरान आई जिसमें उन्होने छात्रों द्वारा पर्यवेक्षकों को किसी भी विसंगति की रिपोर्ट करने के महत्व पर दिया और कहा कि, इस व्यवस्था से तत्काल प्रभाव से बोर्ड तुरंत सुधारात्मक कार्रवाई कर सके।
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