गोरखपुर के असुरन चौक, धर्मशाल बाजार, काली मंदिर और आगे की ओर गोलघर जैसे मुख्य मार्गो पर यातायात व्यवस्था (Gorakhpur Traffic System) अपने लचरता के अधिकत सीमा पर पहुँच गई है। जहॉ एक ओर निजी वाहन की संख्या बढ़ी है, तो वही हाल समय में लगी यातायात बत्ती भी जवाब दे जा रही है।
निर्भीक इंडिया- गोरखपुर में यातायात व्यवस्था (Gorakhpur Traffic System) की लचरता से हम भली-भांति परिचित थे। जब निर्भीक इंडिया के द्वारा गोरखपुर की यातायात व्यवस्था का निरीक्षण करने निकले तो हमें केवल-केवल असुविधा ही दिखी। कही पर यातायात बत्ती गायब थी तो कही पर यातायात बत्ती तो थी लेकिन केवल पीली बत्ती जल-बूझ रही थी।
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गोरखपुर की यातायात व्यवस्था (Gorakhpur Traffic System) का आँखों देखा हाल
गोरखपुर की यातायात व्यवस्था (Gorakhpur Traffic System) को लेकर इससे पहले भी एक रिपोर्ट समाचार पत्र में प्रकाशित किया जा चुका है। जहॉ हम असुरन से धर्मशाल के बीच होने वाले यातायात जाम और उसमें फंसने वाली लोगो एम्बुलेंस की समस्या के बारे में बताया था और यह भी बताया था, कि कैसे केवल व केवल खानापूर्ति की जा रही है।
अभी भी मानव नियन्त्रित है यातायात व्यवस्था
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