7 अगस्त, 2024 को पुराना गोरखपुर, गोरखनाथ स्थित सवेरा मैरेज हॉल में हथकरघा दिवस कार्यक्रम (Handloom Day Celebration) बड़े ही उत्साह के साथ मनाया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में गोरखपुर के माननीय महापौर डॉ. मंगलेश कुमार श्रीवास्तव उपस्थित रहे।
निर्भीक इंडिया (संवाददाता गोरखपुर)- गोरखपुर के सहायक आयुक्त हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग ने महापौर का पुष्पगुच्छ देकर गर्मजोशी से स्वागत किया। कार्यक्रम में गोरखपुर क्षेत्र से बड़ी संख्या में हथकरघा बुनकरों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
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हथकरघा दिवस समारोह (Handloom Day Celebration) में हथकरघा बुनकर हुए सम्मानित
हथकरघा दिवस समारोह (Handloom Day Celebration) की कार्यवाही का कुशल प्रबंधन पर्यावरणविद् भुवनेश्वर पांडे ने किया, जिन्होंने मंच संचालन किया। पूर्व सहायक आयुक्त हथकरघा रामबदई ने उद्योग पर अपने विचार साझा किए, जबकि वस्त्र अधीक्षक रामसुद्दीन ने हथकरघा बुनकरों के लिए उपलब्ध विभिन्न योजनाओं पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण माननीय महापौर डॉ. मंगलेश कुमार श्रीवास्तव द्वारा हथकरघा बुनकरों को सम्मानित करना और उनका सम्मान करना था। यह इशारा सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने और वस्त्र उद्योग में स्थायी प्रथाओं को बढ़ावा देने में बुनकरों के योगदान की एक महत्वपूर्ण स्वीकृति थी।
हथकरघा महिलाआ बुनकरों की भागीदारी
समुदाय की महिलाओं ने भी हथकरघा दिवस समारोह (Handloom Day Celebration) में सक्रिय रूप से भाग लिया। उन्होंने अपने विचार व्यक्त किए और अपने अनुभव साझा किए, जिसमें हथकरघा उद्योग के महत्व पर जोर दिया गया। उनकी भागीदारी ने कार्यक्रम की समावेशी प्रकृति और हथकरघा परंपरा को बनाए रखने में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित किया।
कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों ने सामूहिक रूप से पर्यावरण के अनुकूल हथकरघा उद्योग का समर्थन करने और उसे अपनाने का संकल्प लिया। उन्होंने इसे देश की विरासत की आधारशिला और समृद्धि का वाहक माना। स्थिरता के प्रति प्रतिबद्धता दिन की चर्चाओं और भाषणों का मुख्य विषय था।
सहायक आयुक्त, हथकरघा और वस्त्र उद्योग, गोरखपुर, राजकुमार ने प्रभावशाली और प्रेरक भाषण दिया। उनके शब्द दर्शकों के दिलों में गूंज उठे, जिसमें हथकरघा क्षेत्र के महत्व और बुनकरों के समर्थन के लिए की गई विभिन्न पहलों पर प्रकाश डाला गया।
हथकरघा दिवस कार्यक्रम की सफलता सभी कार्यालय कर्मचारियों और हथकरघा बुक करने वालों के समर्पित प्रयासों से संभव हुई। उनके सराहनीय योगदान ने कार्यक्रम के सुचारू संचालन को सुनिश्चित किया। कार्यक्रम के समापन पर वस्त्र निरीक्षक विद्यापति मिश्रा ने सभी अतिथियों और प्रतिभागियों का हार्दिक आभार व्यक्त किया तथा उनके सहयोग और उत्साह को स्वीकार किया।
हथकरघा उघोग को प्रोत्साहन देना जरूरी
हथकरघा दिवस भारत में हथकरघा बुनाई की समृद्ध परंपरा का जश्न मनाने के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है। यह उन बुनकरों को श्रद्धांजलि है जो इस शिल्प को संरक्षित करते हैं, जो देश के सांस्कृतिक और आर्थिक ताने-बाने का अभिन्न अंग है। गोरखपुर में दिन के कार्यक्रमों ने हथकरघा उद्योग को बढ़ावा देने और बनाए रखने के सामूहिक प्रयास को रेखांकित किया।
गोरखपुर में हथकरघा दिवस समारोह हथकरघा समुदाय का समर्थन करने और उसे ऊपर उठाने की आवश्यकता की याद दिलाता है। सहायक आयुक्त हथकरघा और वस्त्र ने सभी को हथकरघा बुनकरों के लिए अपना समर्थन जारी रखने और वस्त्र उद्योग में टिकाऊ और विरासत-समृद्ध प्रथाओं को बढ़ावा देने वाली पहलों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया।
हथकरघा योजनाओं और बुनकरों के लिए समर्थन के बारे में अधिक जानकारी के लिए, कृपया गोरखपुर के हथकरघा और वस्त्र कार्यालय से संपर्क करें। हम सब मिलकर यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि हथकरघा बुनाई की विरासत निरन्तर फलती-फूलती रहे, तथा हमारी विरासत और समृद्धि दोनों में योगदान देती रहे।
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