स्वच्छ भारत मिशन (नगरीय) (Swachh Bharat Mission (Urban) के अन्तर्गत स्वच्छ सर्वेक्षण-2024 के तहत आरआरआर के थीम (RRR theme) (रिड्यूज, रियूज, रिसाईकिल) (Reduce Reuse Recycle) पर नगर निगम गोरखपुर द्वारा कार्य किया जा रहा है।
निर्भीक इंडिया (संवाददाता)- नगर निगम, गोरखपुर द्वारा दो स्थाई आरआरआर के थीम (RRR theme) पर गोरखपुर में कचड़े का निपटान हेतु सेन्टरों का संचालन किया जा रहा है। इसी के तहत 09 अन्य स्थानों पर भी आरआरआर सेन्टर बनाए जाने का कार्य प्रगति पर है।
Table of Contents
आरआरआर के थीम (RRR theme) और इसकी कार्य प्रणाली
नवीन आरआरआर के थीम (RRR theme) वाले सेन्टर के निर्माण के अन्तर्गत आरटीओ कार्यालय (RTO office gorakhpur) स्थित कूड़ा पड़ाव को ध्वस्त करते हुए आरआरआर का निर्माण कार्य कराया जा रहा। चूकि उक्त कूड़ा पड़ाव सिविल लाइन क्षेत्र जो कि वी0आई0पी0 क्षेत्र है जहा पर कई विभागों के कार्यालय और सरकारी गेस्ट हाउस भी स्थित है, के कारण हटाया जाना आवश्यक भी था, इसी के तहत उक्त स्थल पर आरआरआर सेन्टर का निर्माण कराया जा रहा।
आरटीओ कार्यालय के सामने बनाए जाने वाले इस आरआरआर सेन्टर में इन्द्राबाल विहार के आरआरआर सेन्टर की तर्ज पर गरीब एवं असहाय लोगों की मदद के लिए व्यवस्था की जा रही है।
इन आरआरआर सेन्टरों में जिनके लिए कोई सामग्री अनुपयोगी भी होती है और जरूरतमन्द लोगों के लिए वह सामग्री उपयोगी होती है के आधार पर पुराने अनुपयोगी, कपड़े, जूते, चप्पल, खिलौने, किताब-कापी एवं अन्य सामग्री जो किसी के काम आ सकते है का भण्डारण किया जाएगा जिससे गरीब, असहाय लोग जिन्हे उक्त सामग्री की आवश्यकता हो को लेकर अपने प्रयोग में लिया जा सकता है।
गोरखपुर नगर आयुक्त (Gorakhpur Nagar aayukt) की अपील
नगर आयुक्त श्री गौरव सिंह सोगरवाल ने जनहित में अपील की है कि अपने घरों के अनुपयोगी सामग्रियों जो अभी उपयोग किए जाने योग्य हो, को इन आरआरआर सेन्टरों पर जमा कराये ताकि जरूरतमन्द लोग इन सामग्रियों को आरआरआर सेन्टर से प्राप्त कर उपयोग कर सकें।
नगर निगम गोरखपुर द्वारा स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 के 3आर सिद्वान्त पर कार्य किये जाने के लिए कई स्थानो पर 3 आर सेन्टर की स्थापना की गयी है। पूर्व से स्थापित 3 आर सेन्टरो के अतिरिक्त महानगर में 09 विभिन्न स्थानो पर स्थाई रूप से 3 आर सेन्टर बनाने के लिए कार्यवाही की जा रही है।
नगर निगम, गोरखपुर द्वारा 3 आर के सिद्वान्त (RRR theme) रिड्यूज, रियूज एवं रिसाइकिल के तर्ज पर समस्त वार्डाे में रोस्टर के आधार पर 3आर सेन्टरों/कैम्पो की अस्थाई स्थापना की गयी है।
आरआरआर के थीम (RRR theme) वाले सेन्टरों की जानकारी जनता तक पहुचाने के लिए में नगर निगम, गोरखपुर की जनजागरूकता टीम द्वारा लगातार बैठको और डोर-टू-डोर सम्पर्क कर जागरूक किये जाने का कार्य नियमित रूप से लगातार किया जा रहा है।
महानगर में पूर्व से स्थापित आरआरआर के थीम (RRR theme) वाले सेन्टरों में, जिनके लिए कोई सामग्री अनुपयोगी है, उनसे वह सामग्री एकत्र कर जिनके लिए वह सामग्री उपयोगी है, को दिया जाता है।
रिसाईकिल समानों को लेकर जरूरी सूचना
पूर्व से स्थापित सेन्टरो पर जनता द्वारा पुराने और उपयोगी कपडे, जूते-चप्पल, किताब कापी, अखबार, बर्तन, खिलौने, पौधो के बीज, एवं अन्य सामग्रीयों का भंडार है, जहा से जिसे जिस वस्तु की आवश्यकता होती है, मुफ्त में लेकर उपयोग करता है।
जनता को आरआरआर के थीम (RRR theme) वाले सेन्टरो में अपने घरो के अनुपयोगी सामग्रीयों को जमा करने के साथ यह भी अपील है, कि अपने आस-पडोस के लोगो को भी इसकी जानकारी अवश्य देवे कि नगर निगम, गोरखपुर अपने माध्यम से गरीब और बेसहारा लोगो की मदद आप के दिये गये सामग्रीयों से करती रहती है, और इसमें आप के योगदान से लोगो को काफी मदद मिल सकती है। अतएव अपने प्रयासो से गरीब और बेसहारा लोगो को मदद करने में आप प्रयास कर सकते है।
आरआरआर के थीम पर सूखे कचरे को रिसाइकिल कर उपयोगी सामर्ग्रीयों को बनाने का कार्य भी किया जा रहा है। इसके अन्तर्गत नगर निगम गोरखपुर के कार्यालय में टेªटा पैक कार्टन के अपशिष्टों से बनाये गये बेन्च और गमले का उपयोग किया जा रहा है।
आगन्तुक कक्ष में इस प्रकार के बेन्च और गमले देखने को मिल सकते है। इसका निर्माण इण्डिया ग्लाईकोल्स लिमिटेड, गीडा गोरखपुर द्वारा किया गया है जिसमें एक बेन्च बनाने के लिए लगभग 10000 टेªटा पैक कार्टन्स को रिसाइकिल करके पूर्णतया पर्यावरण के अनुकूल बनाया गया है।
एक टेªटा पैक कार्टन को बनाने के लिएं 70 प्रतिशत कागज, 25 प्रतिशत पॉलीमर और 5 प्रतिशत एल्यूमिनियम का प्रयोग किया जाता है, जिसे रिसाइकिल किया जा सकता है। जनता से अपील है कि अपने घरो मेे भी इस प्रकार की सामग्रीयों से बने सामानो का प्रयोग करे जो कि पूर्णतया पर्यावरण के अनुकूल होते है।
इसके अतिरिक्त कई स्थलों पर स्थाई 3स्टार सेन्टरों भी है, जैसे सिविल लाइन, रामजानकी नगर पर कभी भी जनता अपने अनुपयोगी सामग्री जैसा कपडे, खिलौने, जूते-चप्पल, पुराने अखबार, कापी किताबे, पर्स आदि रख सकते है, जहा से लोग ऐसी सामग्रीयो को ले सकेगें, जिन्हे ऐसे सामग्रीयों की आवश्यकता होती है।
महानगर की जनता से अपील है कि अपने निकटतम 3आर सेन्टर पर जाकर अपने अनुपयोगी सामग्रीयों को निर्धारित स्थल पर दे सकते है। इसी के साथ ऐसे व्यक्ति जिनके पास कपडे आदि न हो को निकटतम अथवा सिविल लाइन स्थित 3आर सेन्टरों से कपडे, जूते आदि लेने के लिए प्रोत्साहित करें, ताकि गरीब एवं बेसहारा व्यक्तियों को कपडे आदि की व्यवस्था मिल सके।
अब नही रहेंगे कूड़ा पड़ाव, 3आर0/संसाधन केन्द्र से आयेगा बदलाव।
नगर निगम गोरखपुर के द्वारा शहर में विद्यमान सभी सेकेण्डरी स्टोरेज सेन्टरों का ट्रान्सफार्मेशन किया जा रहा है। जिसके स्थान पर वहाँ 3आर0 सेन्टर/संसाधन केन्द्र की स्थापना की जा रही है। जहां पे रिड्यूज-रियूज-रिसायकल के सिद्धान्त पर कचरे के उचित समाधान की व्यवस्था की जाएगी।
लोगों के घरों में पड़े हुए अनुपयोगी सामानों को 3आर0 सेन्टर पर जमा कराये जाएंगे। साथ ही साथ वहां पर सफाई मित्रों एवं जरूरतमंदो के लिए भी आवश्यक सामग्री प्राप्त होगी। पहले ये जो पड़ाव कचरे से भरे दिखते थे अब वहां पर एक 3आर0 सेन्टर ब्यूटिफिकेशन केन्द्र के रूप में निर्मित किया जा रहा है।
जिससे शहर का सौन्दर्यीकरण एवं लोगों की जरूरत दोनों की पूर्ति होगी एवं इस प्रकार के बदलाव से लोग आकर्षित होकर 3आर सेन्टर से जुड़ेंगे। इस क्रम में प्रथम बदलाव आर0टी0ओ0 पड़ाव स्थल की किया जा रहा है।
निर्भीक इंडिया (NIRBHIK INDIA) एक समाचार पत्र नही अपितु 244 साल से भी लम्बे समय से चल रहे पत्रकारिता की विचारधारा है, जो हमेशा लोकतंत्र के चारो स्तम्भ को मान्यता देने एवं जनता सर्वोपरि की विचारों का प्रतिनिधित्वकत्र्ता है। आप सभी हमारे साथ जुड़े अपने तन, मन व धन से हमें ताकत दें जिससे कि हम आप (जनता) के लिए आप (जनता) के द्वारा, आप (जनता) के आदेशों पर केन्द्र से सवाल करते हुए एक पूर्ण लोकतंत्र बना सकें।